Gujarat Board GSEB Hindi Textbook Std 11 Solutions Chapter 8 पंचलाइट Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf.
GSEB Std 11 Hindi Textbook Solutions Chapter 8 पंचलाइट
GSEB Std 11 Hindi Digest पंचलाइट Textbook Questions and Answers
स्वाध्याय
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए :
प्रश्न 1.
गाँव में कुल कितनी पंचायतें थीं?
(क) चार
(ख) पाँच
(ग) आठ
(घ) छः
उत्तर :
गाँव में कुल आठ पंचायतें थीं।
प्रश्न 2.
पंचलाइट कितने रुपये में खरीदा गया ?
(क) पाँच कोड़ी
(ख) दो कोड़ी
(ग) सात कोड़ी
(घ) सौ कोड़ी
उत्तर :
पंचलाइट पाँच कोड़ी में खरीदा गया।
प्रश्न 3.
पंचलाइट जलाने के लिए मनरी क्या लाती है?
(ग) स्पीरीट
(घ) पेट्रोल
(क) किरासीन
(ख) गरी का तैल
उत्तर :
पंचलाइट जलाने के लिए मुनरी गरी का तेल लाती है।
प्रश्न 4.
गोधन पर कितना रुपया जुरमाना लगाया गया था ?
(क) दस रुपया
(ख) बीस रुपया
(ग) पचास रुपया
(घ) सौ रुपया
उत्तर :
गोधन पर दस रुपए का जुर्माना लगाया गया था।
2. निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दिजिए :
प्रश्न 1.
महतो टोली ने पेट्रोमेक्स खरीदने के लिए पैसे का इन्तजाम कैसे हुआ था ?
उत्तर :
पिछले पन्द्रह महीने से दंड – जुर्माने से इकड़े हुए पैसों से महतो टोली में पेट्रोमेक्स खरीदने के लिए पैसे का इन्तजाम हुआ था।
प्रश्न 2.
औरतों की मंडली में गुलरी काकी क्या कर रही थी ?
उत्तर :
औरतों की मंडली में गुलरी काकी गोसाई का गीत गुनगुना रही थीं।
प्रश्न 3.
रूदल साह बनिए की दुकान से क्या खरीदा गया ?
उत्तर :
रूदल साह बनिए की दुकान से तीन बोतल किरासन (केरोसिन) तेल खरीदा गया।
प्रश्न 4.
पेट्रोमेक्स के बारे में जाति के लोगों की क्या समस्या थी ?
उत्तर :
पेट्रोमेक्स के बारे में जाति के लोगों की यह समस्या थी कि उन लोगों में से कोई उसे जलाना नहीं जानता था।
3. निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में दीजिए :
प्रश्न 1.
गाँव की प्रत्येक पंचायत के पास कौन-कौन सी चीजें थीं ?
उत्तर :
गाँव में सब मिलाकर आठ पंचायतें थीं। सभी पंचायतों में दरी, जाजिम, सतरंजी और पेट्रोमेक्स आदि चीजें थीं।
प्रश्न 2.
बकसा किसके हाथ में था ? उसके पीछे कौन चल रहा था ?
उत्तर :
मेले में पंचायत ने पंचलाइट खरीदी, तो सभी पंच वहाँ से दिन-दहाड़े ही गांव लौटे थे। आते समय छड़ीदार के माथे पर पंचलाइट का डिब्बा था। (जिसे उसने हाथों से पकड़ रखा था।) छड़ीदार के पीछे सरदार, दीवान और पंच आदि चल रहे थे।
प्रश्न 3.
मुनरी ने अपनी सहेली कनेली के कान में क्या कहा ? उसका क्या असर हुआ ?
उत्तर :
पंचायत के सामने समस्या थी, पंचलाइट जलाए कौन? मुनरी को पता था, गोधन को पंचलाइट जलाना आता है। उसने अपनी सहेली कनेली के कान में कहा, “चिगो, चिध, चिन!” (यानी गोधन)। कनेली ने सरदार को यह बात बताई। इसका यह असर हुआ कि गोधन का बहिष्कार खोल दिया गया और उसने पंचलाइट जलाकर महतो टोली की नाक रख ली।
प्रश्न 4.
गोधन के द्वारा पेट्रोमेक्स जलाने पर पंचों ने क्या किया ?
उत्तर :
गोधन के द्वारा पेट्रोमेक्स जलाने पर उसकी रोशनी से सारा टोला जगमगा उठा। लोगों के दिलों का मैल दूर हो गया। सबने कहा गोधन बड़ा काबिल लड़का है। सरदार ने गोधन से कहा, “तुमने जाति की इज्जत रखी है, तुम्हारा सात खून माफ। खूब गाओ सलीमा का गाना।”
4. निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर पाँच से छः पंक्तियों में लिखिए :
प्रश्न 1.
टोली के सरदार की चारित्रिक विशेषताएँ बताइए।
उत्तर :
टोली के सरदार को अपनी बड़ाई करने का शौक है। अपनी जाति की बेइज्जती उसे स्वीकार नहीं है। जाति की इज्जत बचाने के लिए ही वह गोधन को फिर से पंचायत में ले जाता है। वह उसके सात खून माफ कर देता है। इतना ही नहीं, उसे सिनेमा का गाना गाने की पूरी छूट भी देता है। इस प्रकार टोली का सरदार व्यक्तिगत सम्मान की अपेक्षा जाति के गौरव को प्रमुखता देता है।
प्रश्न 2.
पेटोमेक्स जलाने में क्या-क्या यत्न किये जाते हैं ? अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर :
पंचलाइट जलाने के लिए गुलरी काकी गोधन को मनाकर बुला लाई। रूदल साह बनिये की दुकान से तीन बोतल केरोसिन मंगवा लिया गया था। गोधन ने स्पिरिट मांगी जो किसी के पास नहीं था। उसके न मिलने पर गोधन ने गरी का तेल मांगा। मुनरी दौड़कर एक मलसी गरी का तेल ले आई। गोधन पंचलाइट में पंप देने लगा। पंचलाइट की रेशमी थैली से धीरे-धीरे रोशनी आने लगी। गोधन कभी मुंह से फूंक देता, कभी पंचलाइट की चाबी घुमाता। थोड़ी देर बाद पंचलाइट से पूरी तरह प्रकाश आने लगा। पेट्रोमेक्स जलाने में इस तरह प्रयत्न किए गए हैं।
प्रश्न 3.
पंचलाइट आने के बाद लोगों ने समुदाय, पंचों की किस कमी की ओर संकेत लिए है?
उत्तर :
महतो टोली की पंचलाइट तो सरदार, दीवान आदि ले आए। परन्तु इस टोली में पंचलाइट जलाना किसी को नहीं आता था। पंचलाइट जलाने के लिए स्पिरिट की जरूरत पड़ती है, पंचलाइट लानेवाले वह भी नहीं लाए थे। इधर पूजा-कीर्तन की तैयारी हो चुकी थी, पर पंचलाइट जलानेवाले की कमी से सारे किए-कराए पर पानी फिर रहा था। इन कमियों के कारण लोग मन-ही-मन सरदार, दीवान और पंचों की बुद्धि पर अविश्वास प्रकट कर रहे थे।
5. आशय स्पष्ट कीजिए:
प्रश्न 1.
‘कल कब्जेवाली चीज का नखरा बहुत बड़ा होता है।’
उत्तर :
छड़ीदार द्वारा गोधन से पंचलाइट जलाने के लिए कहा जाता है, तो उसे डर लगता है कि पेट्रोमेक्स जलाने में उससे कोई गड़बड़ी हो गई तो उसे दंड – जुर्माना भरना पड़ेगा। महतो टोली के लोग उससे पहले से नाराज हैं और उन्होंने उसका हुक्का-पानी बंद कर रखा है। इसलिए वह अपनी सुरक्षा के लिए पहले से ही उन्हें बता देता है कि ‘कल-कब्जेवाली चीज का नखरा बहुत होता है।’ यानी पंचलाइट जलाते समय यदि उससे कोई गड़बड़ी हो जाए, तो उसको दोष न दिया जाए।
प्रश्न 2.
‘जाति की बंदिश क्या जबकि जाति की इज्जत पानी में बही जा रही है।’
उत्तर :
कहा गया है कि यदि किसी छोटी चीज का त्याग करके बड़े नुकसान से बचा जा सकता हो, तो उस चीज का त्याग करना ही उचित है। महतो टोली ने गोधन का हुक्का-पानी बंद किया था। पेट्रोमेक्स न जलने पर समूची महतो जाति की इज्जत जा रही थी। गोधन को पेट्रोमेक्स जलाना आता था। इसलिए सरदार और सभी लोग गोधन पर से जाति की बंदिश हटाने और उससे टोली की पेट्रोमेक्स जलवाने का निर्णय करते हैं। इससे महतो जाति की इज्जत जाने से बच जाती है। जाति की इज्जत के सामने जाति की बंदिश हटाना कोई महत्त्व नहीं रखता।
प्रश्न 3.
‘कहा सुना माफ करना! मेरा क्या कसूर!’
उत्तर :
गोधन मुनरी को देखकर सिनेमा का ‘सनम-सनम’ गीत गाकर आँख से इशारा करता था। मुनरी की माँ गुलरी काकी की शिकायत पर महतो टोली ने उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया था। लेकिन मुनरी की ओर से गोधन की कोई शिकायत नहीं की गई थी। गोधन ने जब टोली की पेट्रोमेक्स जलाकर जाति की इज्जत रख ली, तो उसने सबका दिल जीत लिया। इस अवसर पर मुनरी उससे माफी मांगने के अंदाज में यह वाक्य कहती है।
GSEB Solutions Class 11 Hindi पंचलाइट Important Questions and Answers
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पांच-छ: वाक्यों में लिखिए :
प्रश्न 1.
गोधन को जाति से बाहर क्यों कर दिया गया था?
उत्तर :
गोधन दूसरे गाँव से आकर इस गांव में बस गया था। वह गुलरी काकी की बेटी मुनरी को देखकर रोज ‘सनम-सनम’ वाला गीत गाता था। गुलरी ने इसकी शिकायत पंचों से की थी। पंचों को पान-सुपारी का खर्च न देने से वे भी गोधन से नाराज थे। उन्होंने उस पर दस रुपया जुर्माना कर दिया था। गोधन ने न जुर्माना भरा, न किसी की परवाह की। इसलिए पंचों ने उसे जाति से बाहर कर दिया था।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए:
प्रश्न 1.
महतो पंचायत के कौन-कौन से व्यक्ति पेट्रोमेक्स लेने गए थे?
उत्तर :
महतो पंचायत का छड़ीदार, सरदार, दीवान तथा अन्य पंच पेट्रोमेक्स लेने गए थे।
प्रश्न 2.
ब्राह्मण टोले के फुटंगी झा ने क्या कहकर पेट्रोमेक्स का मजाक उड़ाया?
उत्तर :
ब्राह्मण टोले के फुटंगी झा ने पेट्रोमेक्स को लालटेन कहकर उसका मजाक उड़ाया।
प्रश्न 3.
मुनरी गोधन का नाम क्यों नहीं ले रही थी?
उत्तर :
मुनरी गोधन का नाम नहीं ले रही थी, क्योंकि पंचायत ने उसका हुक्का-पानी बंद कर रखा था।
समानार्थी शब्द लिखिए :
- दंड = जुर्माना
- सामग्री = सामान
- उदासी = निराशा, मायूसी
- परवाह = चिंता
- बंदिश = रोक
- रोशनी = प्रकाश
- पुलकित = प्रसन्न
- फरियाद = शिकायत
- ढिबरी = दीपक
विरुद्धार्थी शब्द लिखिए :
- दंड × क्षमा
- नौकर × मालिक
- दुकानदार × खरीदार
- शुभ × अशुभ
- लाभ × हानि
- परवाह × लापरवाही
- जुर्माना × माफी
- उपस्थित × अनुपस्थित
शब्दों में से उपसर्ग अलग कीजिए :
- बेवजह – बे
- नौजवान – नौ
- अविश्वास – अ
- महावीर – महा
- नाराज – ना
- प्रारंभ – प्र
- दुर्भावना – दुः
- प्रमुख – प्र
शब्दों में से प्रत्यय अलग कीजिए:
- दुकानदार – दार
- देहाती – ई
- गाँववाले – वाले
- छड़ीदार – दार
- होशियारी – ई
- पंचायत – आयत
- सनसनाहट – आहट
- पुलकित – इत
शब्द के मानक शब्द रूप लिखिए:
- जुरमाना – जुर्माना
- महतो – मुखिया
- नेम-टेम – नियम-टाइम
- पुन्याह – प्रारंभ
- आखर – अक्षर
- पंचलैट – पंचलाइट
- किरासन – केरोसिन
- माई – माँ
- सलीमा – सिनेमा
पंचलाइट Summary in Gujarati
ભાવાત્મક અનુવાદ :
પેટ્રોમેક્સની ખરીદી : ગામમાં જુદી જુદી જાતિઓની અનેક પંચાયતો હતી. બધી પંચાયતો પાસે ચાઈ, જાજમ, શેતરંજી અને પેટ્રોમેક્સ હતાં. ફક્ત મહતો ટોળી પાસે પેટ્રોમેક્સ નહોતું. ગામના લોકો પેટ્રોમેક્સને ‘પંચલાઇટ’ કહે છે.
પૂજાપાઠ સાથે ઉદ્દઘાટન: મહતો ટોળીનો સરદાર પોતાની ટોળી માટે પેટ્રોમેક્સ લઈ આવે છે. તેનું ઉદ્ઘાટન પૂજાપાઠ અને કીર્તન કરી કરવાનું નક્કી થાય છે. પહેલી વખત પેટ્રોમેક્સના પ્રકાશમાં કીર્તન થવાનું છે. ટોળીની સ્ત્રીઓ, બાળકો અને પુરુષોમાં ઉત્સુક્તા હોય છે.
પેટ્રોમેક્સ પેટાવવાની સમસ્યાઃ બધી તૈયારી થઈ ગયા પછી પેટ્રોમેક્સ પેટાવવાની સમસ્યા ઊભી થઈ. મહતો યેળીમાં એવો કોઈ માણસ નહોતો જેને પેટ્રોમેક્સ પેટાવવાનું આવડતું હોય. ગામની બીજી ટોળીઓમાં જેમને પેટ્રોમેક્સ પેટાવતાં આવડતું હોય એવા લોકો હતા. પરંતુ તેમના દ્વારા પેટ્રોમેક્સ પેટાવવા જતાં ‘ખટપટ’ થવાનો ભય હતો.
મુનરીની પહેલઃ ગામની ગુલરી કાકીની દીકરી મુનરીને ખબર હતી કે ગામના ગોધન નામના છોકરાને પેટ્રોમેક્સ પેટાવતાં આવડતું હતું, પરંતુ સમાજે તેનો બહિષ્કાર કર્યો હતો. એટલા માટે કે તે મુનરીને જોઈને સિનેમાનું ‘સનમ-સનમ’ ગીત ગાતો હતો. એટલે પંચાયતે તેનો સમાજમાંથી બહિષ્કાર કર્યો હતો. મુનરીએ પોતાની સહેલી કનેલીને સમજાવી કે તે ગોધન વિશે ટોળાના સરદારને જાણ કરે. કનેલીએ સરદારને કહ્યું કે ‘ગોધનને પેટ્રોમેક્સ પેટાવતાં આવડે છે.’
પંચનો નિર્ણય: ગોધનનું નામ સાંભળીને સરદાર બબડે છે. તેની સાથેનો વહેવાર તો લોકોએ બંધ કર્યો હતો. પરંતુ સરદાર, દીવાન અને પંચોના મતથી ટોળીની ઇજ્જત સાચવવા માટે ગોધનનો બહિષ્કાર રદ કરવાનો નિર્ણય કરે છે. ગોધનને બોલાવીને પેટ્રોમેક્સ પેટાવવાનું કામ સોંપવામાં આવે છે.
આખરે પેટ્રોમેક્સ પેટાવવામાં આવ્યુંઃ ગોધન સ્પીરિટ ન હોવા છતાં કોપરેલ તેલથી જ પેટ્રોમેક્સ પેટાવે છે. પછી તો ચારે બાજુ ગોધનની વાહ, વાહ!’ થઈ જાય છે. મહતો ટોળીમાં પહેલી વાર પેટ્રોમેક્સના પ્રકાશમાં કીર્તન થાય છે.
ગોધને સૌના દિલ જીતી લીધાંઃ સરદાર ગોધનને બોલાવીને તેને શાબાશી આપે છે. તેઓ તેને કહે છે કે “તેં અમારી ઇજ્જત સાચવી લીધી. હવે તો તારા સાત ખૂન માફ! હવે સલીમાનું ગીત મુક્ત મને ગા.” હવે તો મુનરી અને ગોધન પણ નજીક આવી જાય છે. મુનરીની મા ગુલરી કાકી ગોધનને પોતાને ઘેર જમવા બોલાવે છે. પેટ્રોમેક્સના અજવાળામાં ગામનાં ઝાડ-પાન પુલકિત થઈ જાય છે.
पंचलाइट Summary in Hindi
विषय-प्रवेश :
हमारे देश के गांवों में जाति-पात, टोले-मोहल्ले के नाम पर इज्जत की शान बघारने की परंपरा बहुत पुरानी है। प्रस्तुत कहानी में महतो टोली की इज्जत की रक्षा करने के लिए समाज से बहिष्कृत व्यक्ति को क्षमा कर फिर से ससम्मान टोली में ले लिया जाता है और उसका सात खून माफ कर दिया जाता है।
मुहावरे – अर्थ और वाक्य-प्रयोग :
पानी फिरना – नष्ट होना
वाक्य : मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रत्याशी ने बहुत जोर लगाया था, पर हार जाने पर बेचारे की मेहनत पर पानी फिर गया।
हुक्का -पानी बंद होना-समाज से बहिष्कृत होना
वाक्य : छोटी-सी भूल पर बिरादरी के लोगों ने उस गरीब का हुक्का-पानी बंद कर दिया।
पानी उतरना-बेइज्जती होना
वाक्य : पैसों की हेराफेरी में पकड़े जाने पर मुनीमजी का पानी उतर गया।
दिल का मैल दूर होना – मन की दुर्भावना दूर होना
वाक्य : भतीजे की आत्मीयता देखकर चाचाजी के दिल का मैल दूर हो गया।
आँखें चार होना – भेंट – मुलाकात होना
वाक्य : उस दिन मेले में बचपन के दो दोस्तों की आंखें चार हो गई।
आंखों-आँखों में बात होना – इशारों में बात होना
वाक्य : चोर-बदमाशों में बहुधा एक-दूसरे से आँखों-आँखों में बात होती है।
कूट करना-खिल्ली उड़ाना
वाक्य : रमेश मौका मिलने पर कूट करने से नहीं चूकता।
कान में बात डालना-अपनी बात किसी तक पहुंचाना
वाक्य : मौका देखकर मुनीमजी ने लेन-देन में हेराफेरी की बात सेठजी के कान में डाल दी।
मुंह दिखाना – साहस के साथ सामने आना
वाक्य : बदनामी ने मंत्रीजी को मुंह दिखाने लायक नहीं रखा।
कहावत :
भाई रे गाय तो लू? तो दुहे कौन? – अपने बूते के बाहर का कार्य, किसी वस्तु के उपयोग की विधि का ज्ञान न होना। .
वाक्य : बूढ़े किसान से गांव के प्रधान ने कहा, “इस टूटी साइकिल पर सवार होकर बाजार-हाट जाते हो, कोई अच्छा-सा स्कूटर ले लो।” इस पर किसान ने कहा कि यह तो वही बात हुई कि ‘भाई रे गाय तो लूँ? तो दुहे कौन? यानी स्कूटर लेना बड़ी बात नहीं, पर उसे चलाए कौन? :
पाठ का सार :
पंचलाइट की खरीदारी : गाँव में अलग-अलग जातियों के नाम पर कई पंचायतें थीं। सभी पंचायतों में दरी, जाजिम, सतरंजी और पेट्रोमेक्स थीं। केवल महतो टोली में पेट्रोमेक्स नहीं है। गाँववाले पेट्रोमेक्स को ‘पंचलाइट’ कहते હૈં।
पूजा-पाठ से उद्घाटन : महतो टोली का सरदार भी अपनी टोली के लिए पंचलाइट ले आता है। इसका उद्घाटन पूजा-पाठ और कीर्तन से करना तय होता है। पहली बार पंचलाइट की रोशनी में कीर्तन होना है। टोली की औरतों, बच्चों और पुरुषों में उत्सुकता है।
समस्या जलाने की : सारी तैयारी हो जाने के बाद समस्या खड़ी हुई पंचलाइट को जलाने की। महतो टोली में ऐसा कोई आदमी नहीं है, जो इसे जला सके। गांव में दूसरे टोलों में ऐसे लोग हैं, जो पंचलाइट जलाना जानते हैं, पर उनसे पंचलाइट जलवाने पर ‘कूट’ होने का डर है।
मुनरी की पहल : गाँव की गुलरी काकी की बेटी मुनरी को पता था कि गाँव का गोधन नाम का लड़का पंचलाइट जलाना जानता है। लेकिन गोधन का तो समाज से हक्का-पानी बंद था। इसलिए कि वह मुनरी को देखकर सिनेमा का ‘सनम-सनम’ गाना गाता था। इसलिए पंचों ने उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया था। मुनरी ने अपनी सहेली कनेली को उकसाया कि वह गोधन के बारे में सरदार को बता दे। कनेली सरदार से कह देती है कि ‘गोधन जानता है पंचलाइट जलाना।’
पंचों का निर्णय : गोधन का नाम सुनकर सरदार कुनमुनाता है। उसका हुक्का-पानी तो उन्हीं लोगों ने बंद किया था। लेकिन सरदार, दीवान और पंचों की राय से टोले की इज्जत बचाने के लिए गोधन का हुक्का-पानी खोल देने का निर्णय लिया जाता है। गोधन को बुलाकर पंचलाइट जलाने का काम सौंप दिया जाता है।
आखिर जली पंचलाइट : गोधन इसपिरिट न होने पर गरी के तेल से ही पंचलाइट जला देता है। फिर तो चारों ओर गोधन की ‘वाहवाह’ हो जाती है। महतो टोली में पहली बार पंचलाइट के उजाले में कीर्तन होता है।
गोधन ने दिल जीता : सरदार गोधन को बुलाकर उसे शाबासी देता है। वह उससे कहता है, “तुमने हमारी इज्जत रख ली, अब तुम्हारा सात खून माफ। खूब गाओ सलीमा का गाना।” अब मुनरी और गोधन भी करीब आ जाते हैं। मुनरी की माँ गुलरी काकी गोधन को अपने घर खाने पर बुलाती है। पंचलाइट के प्रकाश से गाँव के पेड़-पौधों का पत्ता-पत्ता पुलकित हो उठता है।
पंचलाइट शब्दार्थ :
- पंचलाइट – पेट्रोमेक्स।
- पंच – पंचायत के सदस्य।
- सभाचट्टी – सभा-स्थल।
- नेम-टेम – धार्मिक कृत्य।
- पुन्याह – प्रारंभ।
- छडीदार – पंचायत में एक पद।
- चौका-पीढ़ी – चौक पूरना।
- बैकाट – बाईकाट, बहिष्कार।
- गुडगुड़ी – छोटा हुक्का।
- धुरखेल – धोखा।
- ढिबरी – मिट्टी से बना छोटा दीपक।
- बतंगड़ – साधारण बात को बढ़ा चढ़ाकर बताना।
- बखेड़ा – झंझट।
- मायूसी – निराशा।